मानसून के चलते जगह-जगह जल भराव के चलते मछरों के पनपने का खतरा बढ़ चुका है। इसपर नगर निगम खाली प्लॉटों रुके हुए पानी को लेकर सख्त हो गया है।
शहर के कई हिस्सों में खाली प्लॉट डेंगू के लिए खतरा बन रहे हैं। बारिश का पानी इन प्लॉट्स में जमा हो जाता है, जिससे डेंगू मच्छर का लार्वा पनपता है। नगर निगम इन प्लॉट्स के मालिकों पर बड़ा जुर्माना लगाने की योजना बना रहा है, लेकिन इन मालिकों का पता लगाना निगम के लिए मुश्किल हो सकता है। डेंगू को रोकने के लिए नगर निगम जलजमाव वाले स्थानों पर लार्वानाशक का छिड़काव कर रहा है, लेकिन घरों, दुकानों और खाली प्लॉट्स में जमा पानी में पनप रहे लार्वा को नष्ट करना निगम के लिए चुनौतीपूर्ण हो रहा है।
नगर निगम शहर के खाली प्लॉट्स में डेंगू मच्छर के लार्वा की जांच कर रहा है। दून के अलग-अलग वार्डों में 2,500 से ज्यादा प्लॉट्स में पानी जमा है, जिनमें कई जगहों पर डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया है। निगम इन पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन कई प्लॉट्स के मालिकों का पता नहीं चल पा रहा है। डेंगू का लार्वा सबसे ज्यादा धर्मपुर, अजबपुर कलां, कारगी, मोथरोवाला, देहराखास, विद्या विहार, बंजारावाला, मेहूंवाला, बड़ोवाला, माजरा, सहस्रधारा रोड, मोहब्बेवाला, हरिद्वार बाईपास और चंद्रबनी जैसे क्षेत्रों में मिल रहा है। इन जगहों पर प्लॉट्स की संख्या भी ज्यादा है। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अविनाश खन्ना ने बताया कि अगर लार्वा पाया जाता है तो प्लॉट मालिक को 20 हजार रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है।