बेरीनाग में पिछले 2 साल में करंट लगने से 4 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इससे ऊर्जा निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में जगह-जगह झूलते बिजली के तार हादसों का सबब बन रहे हैं। बिजली विभाग की लापरवाही लोगों के घरों में अंधेरा फैला रही है, मासूमों की जान ले रही है। मामला पिथौरागढ़ के बेरीनाग का है। जहां विद्युत पोल के सपोर्टिंग तार में करंट दौड़ गया। जिसकी चपेट में आकर एक स्कूली छात्र की मौत हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में मातम पसरा है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बेरीनाग में करंट लगने से पिछले दो साल में 4 लोगों ने जान गंवाई। यहां करंट से मौत का यह चौथा मामला है। जिससे ऊर्जा निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है।
हालिया मामला त्रिपुरा देवी क्षेत्र का है। गुरुवार को यहां वार्ड पंचायत में रहने वाला 15 साल का अंकित कुमार पुत्र बसंत राम अपने साथियों संग स्कूल से घर लौट रहा था, पर किसे पता था कि चंद मिनटों बाद ही अंकित की जान चली जाएगी। दुर्भाग्य से ऐसा ही हुआ। त्रिपुरा देवी के पास पहुंचते ही अंकित ने अनजाने में विद्युत पोल से लगे सपोर्ट तार को छू दिया। उसे करंट लग गया और वो बुरी तरह तड़पने लगा। साथियों के हो-हल्ला मचाने पर स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे, पुलिस को भी खबर दी। थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायल छात्र को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अंकित बच नहीं सका।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर जैसे ही बेटे के निधन की खबर घर पहुंची, परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। हादसे में जान गंवाने वाला अंकित कक्षा 9 में पढ़ता था। वो राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, त्रिपुरा देवी का छात्र था। घटना को लेकर लोगों में गुस्से का माहौल है। उन्होंने व्यवस्था में तत्काल सुधार न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं ऊर्जा निगम ने मृतक के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता के तौर पर 80 हजार रुपये देने की बात कही है।