खराब मौसम की वजह से केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं। बदरीनाथ धाम में 5 और हेमकुंड साहिब में करीब आठ इंच ताजी बर्फ जमी है। जिससे ठंड बढ़ गई है।
उत्तराखंड में सीजन की बर्फबारी के बाद मनमोहक नजारे दिख रहे हैं। यहां उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाएं मैदानों में भी कंपकंपी छुड़ा रही हैं। प्रदेश के पर्वतीय इलाके एक बार फिर बर्फ की चादर से ढक गए हैं। जिससे वादियां दिलकश नजर आ रही हैं। बदरीनाथ से लेकर केदारनाथ धाम तक जिधर भी नजर दौड़ाओ बस बर्फ ही बर्फ दिख रही है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी खूब बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में दूसरे दिन भी रुक-रुककर हल्की बर्फबारी होती रही। केदारपुरी में दोपहर तक लगभग आठ इंच बर्फ जम चुकी थी। इस सीजन में यह पहला मौका है जब धाम में बर्फ जम रही है। खराब मौसम की वजह से यहां पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को दुग्ध गंगा, चोराबाड़ी, बासुकीताल सहित गरुड़चट्टी और भैरव मंदिर के ऊपरी तरफ बर्फबारी होती रही। दिन में कई बार तापमान शून्य से कम दर्ज किया गया।
द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चोपता, चंद्रशिला, हरियाली देवी और चिरबटिया के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हल्की बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ में पांच इंच और हेमकुंड साहिब में करीब आठ इंच ताजी बर्फ जमी है। जिससे ठंड में इजाफा हो गया है। रुद्रनाथ, लाल माटी, पनार बुग्याल, माणा, सतोपंथ, नंदा घुंघटी सहित नीती घाटी के गांवों में भी बर्फबारी हुई। जनपद में तीन दिनों से मौसम खराब है। रूपकुंड, वेदनी, ब्रहमताल, बगुवावास, बगजी बुग्याल, आली बुग्याल बर्फ से ढक गए हैं। मौसम विभाग की मानें तो शनिवार को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। छह दिसंबर तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। लगातार बादल छाये रहने, बारिश और बर्फबारी के कारण राज्य के ज्यादातर इलाकों में ठंड में इजाफा होगा, अपना ख्याल रखें।