अगर आप नया साल मानाने आ रहे हैं सरोवर नगरी तो ध्यान से पढ़ लें यह खबर, नहीं तो हो सकती है मुश्किल
Published:
Dec 28 2021 2:41PM
अगर आप भी नैनीताल आ रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें वरना आपको थर्टी फर्स्ट की रात और न्यू ईयर के दिन पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
थर्टी फर्स्ट के जश्न के लिए उत्तराखंड में देश के कोने-कोने से लोग अपने परिवार के साथ और दोस्तों के साथ वक्त बिताने आ रहे हैं। थर्टी फर्स्ट और एक जनवरी यह दो दिन यातायात के लिए बेहद क्रूशियल होते हैं। ऐसे में अगर आप भी नैनीताल आ रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें वरना आपको थर्टी फर्स्ट की रात और न्यू ईयर के दिन पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। थर्टी फर्स्ट नैनीताल में मनाने वाले पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने आखिरकार ट्रैफिक प्लान फाइनल कर दिया है। अगर आप भी नैनीताल आ रहे हैं तो यह खबर ध्यान से पढ़ें। होटल में बुकिंग और पार्किंग उपलब्धता पर ही पर्यटक वाहनों को एंट्री पॉइंट से शहर के भीतर प्रवेश मिल पाएगा। यदि शहर से 8 किलोमीटर पहले एंट्री पॉइंट रूसी बाईपास और नारायण नगर में पार्किंग फुल हो गई तो पर्यटक वाहनों को काठगोदाम और कालाढूंगी में ही रोक दिया जाएगा और आगे नहीं जाने दिया जाएगा। यहां से उनको शटल बस एवं टैक्सी सेवा के जरिए आगे भेजा जाएगा।
सीओ संदीप नेगी ने बताया कि न्यू ईयर पर शहर में विशेष यातायात प्लान लागू रहेगा और पुलिस की प्राथमिकता पर्यटकों को उनके होटल तक पहुंचाने की रहेगी। यदि शहर के पार्किंग स्थल फुल हो गए होंगे तो उसके बाद पार्किंग वाले होटलों में बुकिंग करा चुके पर्यटकों को ही शहर के भीतर प्रवेश दिया जाएगा और नारायण नगर एवं रूसी बाईपास में वाहनों को पार्क करवाकर शटल सेवा के जरिए पर्यटकों को नैनीताल पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि इन दोनों जगहों पर भी वाहनों की संख्या पूरी हो गई और पार्किंग के लिए जगह नहीं बची तो काठगोदाम और कालाढूंगी में पर्यटक वाहनों को खड़ा किया जाएगा और वहां से उनको शटल सर्विस और टैक्सी के जरिए उनकी डेस्टिनेशन तक पहुंचाया जाएगा। आपको बता दें कि वर्तमान में नैनीताल में पर्यटकों का भारी हुजूम उमड़ रहा है। थर्टी फर्स्ट का जश्न मनाने के लिए पर्यटक बड़ी तादाद में यहां पहुंच रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को भीड़ को कंट्रोल करने में काफी अधिक मशक्कत लग रही है। सड़कों पर घंटों लगने वालीं वाहनों की लंबी-लंबी कतारों और घंटों जाम के कारण पर्यटक वाहनों में ही फंसे रह जाते हैं। इन सब को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही इस को लेकर तैयारियां कर ली हैं।