सोमवार को हिमानी 53 सालों बाद अपने चाचा पीतांबर दत्त भट्ट और अपने भाई हिमांशु भट्ट के साथ अपने मायके के भटवाड़ी गांव पहुंची। हिमानी के गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने फूल मालाओं से उनका भव्य तरीके से स्वागत किया।
बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी को कौन नहीं जानता, रुद्रप्रयाग जिले की अभिनेत्री हिमानी ने अपने शानदार अभिनय से बॉलीवुड में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। अभिनेत्री हिमानी ने अपने मायके भटवाड़ी गांव की पलायन के कारण हुई स्थिति को देखते हुए गांव को गोद लिया है। बीते सोमवार को हिमानी 53 सालों बाद अपने मायके के गांव भटवाड़ी पहुँची है। अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी जब अपने मायके के गांव भटवाड़ी पहुंची तब ग्रामीणों ने उनका फूल माला से भव्य स्वागत किया। बीते सोमवार को हिमानी 53 सालों बाद अपने चाचा पीतांबर दत्त भट्ट और अपने भाई हिमांशु भट्ट के साथ अपने मायके के भटवाड़ी गांव पहुंची। हिमानी के गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने फूल मालाओं से उनका भव्य तरीके से स्वागत किया उन्होंने ग्रामीणों से भेंट करते हुए उनका हाल-चाल जाना। अभिनेत्री ने गांव पहुँचते ही अपनी कुलदेवी के दर्शन किए।
अभिनेत्री ने बताया कि वो 8-9 वर्ष की आयु में अपने गांव आई थीं उसके आब अब फिर से वहां पहुंची हैं। गांव में कदम रखते ही उनके मन में बचपन की यादें ताजा हो गईं। उन्होंने कहा कि वह अपने मायके के लिए हर संभव प्रयास करेंगी जो गांव के विकास में सहायक हो। हिमानी ने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड के कई गांव आज भी पलायन की समस्या का सामना कर रहे हैं, यहां के लोगों के पलायन के पीछे मुख्य कारण रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है। जबकि सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए प्रयासरत है। फिर भी, कई गांव अभी भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। दरअसल, अभिनेत्री हिमानी गढ़वाल में स्थित अपने मायके भटवाड़ी गांव की महिलाओं और बच्चों के सामाजिक-आर्थिक विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए कार्य करने जा रही हैं। इसके लिए उन्होंने गांव जाकर ग्रामीणों से संवाद किया। इस बातचीत के दौरान, महिलाओं और अन्य ग्रामीणों ने उन्हें कई लिखित सुझाव दिए, जिनमें से कुछ सुझाव हिमानी ने भी ग्रामीणों को दिए। इन सुझावों के आधार पर हिमानी शिवपुरी की आने वाले दिनों में कार्य करने की योजना है।