उत्तराखंड: CAU का बड़ा फैसला, अब केवल मूल निवासियों को ही मिलेगी क्रिकेट टीम में एंट्री
Published:
16 Dec 2023
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की में खेलने के लिए क्रिकेटर के पास मूल निवास प्रमाण पत्र होना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य के तमाम संगठनों ने CAU के इस फैसले का समर्थन किया है।
उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन टीम ने फैसला किया है कि उत्तराखंड की टीम में अब उन्हीं क्रिकेटर को एंट्री मिलेगी, जो खिलाड़ी उत्तराखंड के मूल निवासी होंगे। उत्तराखंड की टीमों में खेलने के लिए क्रिकेटर के पास मूल निवास प्रमाण पत्र होना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना मूल निवास प्रमाण पत्र के कोई भी खिलाड़ी अब ट्रायल में भी भाग नहीं ले सकेगा। ये महत्वपूर्ण जानकारी CAU के प्रवक्ता विजय प्रताप मल्ल ने दी। उन्होंने बताया कि अपेक्स काउंसिल की बैठक में चयन प्रक्रिया में बदलाव करने पर सहमति बन चुकी है। आगामी सत्र 2024–25 से मूल निवास प्रमाण पत्र के बिना क्रिकेट खिलाड़ियों का टीम में चयन नहीं किया जाएगा।
जो छात्र अलग-अलग प्रदेशों से आकर उतराखंड में पढ़ाई कर रहे हैं। वे छात्र अब उत्तराखंड की क्रिकेट टीम में सेलेक्ट नहीं हो सकेंगे। मूल निवास-भू-कानून समन्वय समिति व उससे जुड़े संगठनों ने CAU के इस कदम की सराहना की। संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि कम से कम किसी ने तो उत्तराखंड के नौनिहालों की पीड़ा समझी। सरकार को भी नौकरियों में मूल निवास की शर्त को लागू करना चाहिए। 24 दिसंबर को दून में मूल निवास स्वाभिमान रैली होने वाली है। सभी छात्रों से इस रैली में शामिल होने का आह्वान किया गया है। गुरुवार को एपेक्स काउंसिल की बैठक हुई। जिसमें मूल निवास अनिवार्य करने पर निर्णय लिया गया। बैठक के बाद CAU ने सभी जिला संघों को मेल भेज कर सत्र 2024–25 के ट्रायल के लिए मूल निवास का प्रमाण पत्र अनिवार्य करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। CAU के इस फैसले से जो छात्र दूसरे राज्यों से उत्तराखंड में पड़ने आए हैं उन छात्रों को तगड़ा झटका लगेगा, लेकिन उत्तराखंड के मूल निवासी छात्रों के लिए ये ख़ुशी की बात है। आने वाले सत्र से यह नियम लागू किया जाएगा ।