रुद्रप्रयाग में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं. इस बार भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग जिला था. दोपहर 12.21 बजे भूकंप के झटके महसूस किये गये, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 मापी गई है. वहीं, सूचना है कि भूकंप से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.आपको बता दें, उत्तराखंड अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते आपदा से जूझता रहा है. भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड को बेहद संवदेनशील माना गया है. प्रदेश में छोटे भूकंप आते रहते हैं. प्रदेश को जोन चार और पांच में रखा गया है. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. इस भूकंप से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में झटके महसूस किए गए हैं। भू विशेषज्ञों की मानें तो उत्तराखंड में जिस प्रकार से भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, हो सकता है कि ये बहुत बड़े खतरे के संकते हैं। उत्तराखंड में बार बार आ रहे भूकंप के झटके साबित कर रहे हैं कि इससे देवभूमि को सबसे बड़ा खतरा है। बार बार वैज्ञानिक भी इस बात के बारे में जानकारी दे चुके हैं। उत्तराखंड में भूगर्भ प्लेट्स को इससे सबसे बड़ा नुकसान है। रुद्रप्रयाग के स्थानीय लोगों के मुताबिक अभी लोग दहशत में हैं।
उत्तराखंड समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बड़े भूकंप की आशंका हर वक्त बनी है। ये आने वाले दिनों से लेकर 50 साल बाद भी आ सकता है। बाया जा रहा है कि हिमालयी क्षेत्र की भूगर्भीय प्लेटों का लगातार तनाव बढ़ रहा है कि और ये ही इसकी सबसे बड़ी वजह है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इंडियन प्लेट हर साल 45 मिलीमीटर की रफ्तार से यूरेशियन प्लेट के नीचे घुस रही है। इससे भूगर्भ में लगातार ऊर्जा पैदा हो रही है। तनाव बढ़ने से निकलने वाली भयंकर ऊर्जा से भूगर्भीय चट्टानें फट सकती हैं। आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि 2000 किलोमीटर लंबी हिमालय श्रृंखला के हर 100 किमी क्षेत्र में उच्च रिक्टर स्केल का भूकंप आ सकता है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में ऐसी 20 जगहें हो सकती हैं।