28 साल की शबाना ने बुधवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शबाना की दो छोटी-छोटी बेटियां हैं। मां की मौत के बाद अब इन बच्चियों के सामने परवरिश का संकट पैदा हो गया है
कहने को बेटा-बेटी एक समान हैं, लेकिन समाज आज भी इनमें फर्क करता है। शादी के बाद बेटा पैदा करने के लिए महिलाओं पर दबाव बनाया जाता है। कई बार स्थिति इतनी विकट हो जाती हैं, कि महिलाएं खुदकुशी कर लेती हैं। हल्द्वानी की रहने वाली शबाना पत्नी इरशाद ने भी यही किया। 28 साल की शबाना ने बुधवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शबाना की दो छोटी-छोटी बेटियां हैं। मां की मौत के बाद अब इन बच्चियों के सामने परवरिश का संकट पैदा हो गया है। शबाना की मौत को लेकर उसके मायके वाले और ससुराल वाले अलग-अलग बातें कह रहे हैं। मायकेवालों का कहना है ससुराल वाले शबाना पर बेटा पैदा करने के लिए दबाव बना रहे थे। बेटियों को जन्म देने की वजह से उसे अक्सर ताने सुनाए जाते थे। वहीं ससुराल वालों का कहना है कि शबाना अपनी बीमारी से परेशान थी।
मामला बनभूलपुरा इलाके का है। जहां इंदिरानगर बरसाती निवासी विवाहिता ने कल खुदकुशी कर ली। महिला के पिता अनवर हुसैन ने बेटी की मौत को हत्या करार देते हुए, उसके ससुरालवालों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस को दी गई शिकायत में पिता ने बताया कि शबाना को बेटा न होने की वजह से प्रताड़ित किया जाता था। ससुराल वालों ने मिलकर उसकी हत्या की है। 28 सितंबर की रात को शबाना ने उन्हें फोन भी किया था। बेटी ने फोन पर रोते हुए बताया कि ससुराल वाले उसे मारने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने मामले को हल्के में लिया, लेकिन दुर्भाग्य से बेटी की कही बात सच हो गई। वहीं शबाना के ससुराल वालों का कहना है कि उसने बीमारी से तंग होकर जान दी है। बहरहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले की जांच की जा रही है।