ला-नीना के असर के चलते नैनीताल मसूरी समेत कई जगहों में जल्द बर्फबारी और कड़ाके की ठंड पड़ने के संकेत मिल रहे हैं।
प्रदेश में मौसम एक बार फिर बदलाव की ओर है। पिछले दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी के बाद ठिठुरन बढ़ गई। इस बीच मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस बार कड़ाके की ठंड पड़ेगी। देश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शुमार नैनीताल मसूरी समेत कई जगहों में भी इस सीजन में जल्द हिमपात हो सकता है। ला-नीना के असर के चलते नैनीताल में जल्द बर्फबारी और कड़ाके की ठंड पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। पारा भी सामान्य से नीचे पहुंच रहा है। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वरिष्ठ पर्यावरण विज्ञानी डॉ. नरेंद्र सिंह के मुताबिक तापमान में लगातार गिरावट बनी हुई है। यह स्थिति हिमपात के लिए अनुकूल परिस्थिति बनाती है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होकर क्षेत्र में पहुंचता है तो जल्द हिमपात हो सकता है। इस वक्त कुमाऊं के कई स्थानों पर तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है। आगे पढ़िए
नैनीताल में पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अधिकतम तापमान 16 डिग्री व न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम 82 व न्यूनतम 52 प्रतिशत दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यह परिस्थितियां बर्फबारी के लिए अनुकूल होंगी। नैनीताल, मुक्तेश्वर जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी की संभावना है। मगर यह सब पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर ही परिस्थितियां अनुकूल बनेंगी। बता दें कि ला-नीना मानसून का रुख तय करने वाली समुद्री घटना है। अलनीनो में जहां समुद्र की सतह का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है तो वहीं ला-नीना में समुद्र की सतह का तापमान कम होने लगता है। फिलहाल नैनीताल के पर्यटन कारोबारी बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि जिले में जल्द ही बर्फबारी होगी, जिससे पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ेगा।