शिक्षा विभाग ने गंभीर बीमारी, विकलांग, कोरोना में पति या पत्नी के निधन समेत विधवा और विधुर को भी ट्रांसफर का लाभ दिया है। लिस्ट में अलग-अलग जिलों के कुल 260 शिक्षकों का नाम शामिल है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले अलग-अलग विभागों में ट्रांसफर का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले आईएएस-पीसीएस अफसरों के तबादले किए गए थे। इस बार शिक्षा विभाग ने 260 शिक्षकों के ट्रांसफर किए हैं। उत्तराखंड लोक सेवकों के लिए वार्षिक स्थानांतरण अधिनियम, 2017 की धारा 27 के अन्तर्गत शिक्षकों के ट्रांसफर का आदेश जारी हुआ है। इनमें प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता, सहायक अध्यापक एलटी के रूप में सेवाएं दे रहे शिक्षक शामिल हैं। लिस्ट में अलग-अलग जिलों के कुल 260 शिक्षकों का नाम है। गंभीर बीमारी, विकलांग, कोरोना में पति या पत्नी के निधन समेत विधवा और विधुर को भी ट्रांसफर का लाभ दिया गया है। ट्रांसफर किए गए शिक्षकों के जल्द नई तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने की उम्मीद है। आपको बता दें कि सरकार ने कार्मिकों के तबादले का शून्य सत्र घोषित किया था। हलांकि अटैचमेंट का क्रम पूरे साल बदस्तूर जारी रहा। बहरहाल, चुनाव से ठीक पहले सरकार ने वार्षिक स्थानांतरण अधिनियम 2017 की धारा 27 के तहत प्रिंसिपल, हेडमास्टर, प्रवक्ता और एलटी शिक्षकों के बंपर तबादले किए हैं। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में ट्रांसफर लिस्ट पर मुहर लगाई गई। बीती शाम इसकी सूचना भी जारी कर दी गई है। जारी सूची के मुताबिक विभिन्न वजहों के आधार पर सरकार ने करीब 260 शिक्षक-शिक्षिकाओं के ट्रांसफर किए हैं। इस तरह प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगने से पहले शिक्षकों के बंपर तबादले किए गए हैं। सभी को संबंधित जगहों में तैनाती लेने के निर्देश दिए गए हैं।