बीएसएफ में हवलदार के पद पर कार्यरत कुंदन राम की कुपवाड़ा में मौत हो गई। हवलदार कुंदन राम का परिवार अल्मोड़ा के चौखुटिया क्षेत्र में आने वाले सिरोली गांव में रहता है।
उत्तराखंड के लिए एक दुखद खबर जम्मू-कश्मीर से आ रही है। जहां कुपवाड़ा में तैनात उत्तराखंड के लाल की गोली लगने से मौत हो गई। बीएसएफ में हवलदार के पद पर कार्यरत कुंदन राम की कुपवाड़ा में मौत हो गई। हवलदार कुंदन राम का परिवार अल्मोड़ा के चौखुटिया क्षेत्र में आने वाले सिरोली गांव में रहता है। जब से उनके निधन का समाचार घर पहुंचा है, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोग उनकी पत्नी और बेटे को सांत्वना दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुंदन राम की गोली लगने से मौत हुआ है। इस बारे में फिलहाल पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है कि आखिर गोली कैसे लगी। परिजनों ने बताया कि सेना से मिली सूचना के अनुसार दो दिन पहले हवलदार कुंदन राम की गोली लगने से मौत हो गई। वो ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हैं, या फिर उन्होंने खुदकुशी की है, इस बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।
ये भी पता चला है कि हवलदार कुंदन राम लंबे वक्त से घरेलू परेशानी से जूझ रहे थे। वो पेंशन पर घर लौटने वाले थे। इसके लिए उन्होंने यूनिट में लिखित आग्रह भी किया था। परिजन उनके लौटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बीते दिन कुंदन राम की जगह उनकी मौत की खबर घर पहुंची। हवलदार कुंदन राम की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मचा है। परिजनों को अब उनके पार्थिव शरीर के घर पहुंचने का इंतजार है। सिरोली गांव के रहने वाले कुंदन राम 22 साल की उम्र में 1994 में बीएसएफ की 169वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। वो पिछले कुछ साल से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे। परिजनों ने बताया कि पिछले साल नवंबर में कुंदन राम छुट्टी पर घर आए थे।
दो महीने परिजनों के साथ बिताने के बाद वो 19 जनवरी 2020 को ड्यूटी पर चले गए। उन्होंने कहा था कि वो सितंबर में घर लौटेंगे, लेकिन इससे पहले ही उनकी मौत की खबर घर पहुंच गई। कुंदन राम के भाई जसराम ने बताया कि 19 अगस्त 2020 को कुंदन का फोन आया था। वो कह रहे थे कि पेंशन संबंधी कागज तैयार करने के लिए वो सितंबर में घर आएंगे, लेकिन कुंदन जिंदा वापस नहीं लौट सके। कुंदन राम के घर में उनकी बूढ़ी मां हंसी देवी, पत्नी सुनीता देवी और एक बेटा है। बेटा बीए कर रहा है। कुंदन राम के परिवार में 4 भाई हैं, जो अलग रहते हैं। सेना से मिली सूचना के अनुसार दो दिन पहले हवलदार कुंदन राम की गोली लगने से मौत हो गई। वो ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हैं, या फिर उन्होंने खुदकुशी की है, इस बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।