इस बार केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई तो भक्तों की अनियंत्रित भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं आलम यह है कि सरकार और प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं.
कोरोना वायरस की महामारी के चलते केदारनाथ धाम की यात्रा दो साल बाद शुरू हुई है. इस बार केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई तो भक्तों की अनियंत्रित भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं आलम यह है कि सरकार और प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं. ऐसा नहीं है कि भीड़ सिर्फ केदारनाथ मंदिर में है. बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का भी यही हाल है. आपको बता दें की चारधामों में से बाबा केदार के धाम केदारनाथ में सबसे ज्यादा श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. सोमवार को केदारनाथ में 18,183 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इनमें पुरुषों की संख्या 12,671 थी. 5,379 महिलाओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए. 133 बच्चे भी सोमवार को केदारनाथ धाम पहुंचे. इसके साथ ही एक विदेशी महिला और एक विदेशी पुरुष ने भी केदारनाथ के दर्शन किए.
सिर्फ चार दिन में ही 77,656 तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर यात्रा मार्गो पर व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के प्रयास किये जा रहे हैं, जबकि पुलिस प्रशासन की ओर से भी यात्रियों की हरसंभव मदद की जा रही है। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि जो भी श्रद्धालु यात्रा पर आएं वो अवश्य अपना रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग करवा कर आएं. देखने में आया है कि धामों की क्षमता से कई गुना अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में वहां ठहरने और यात्रा की व्यवस्थाओं में परेशानी आ रही है. हालांकि पुलिस किसी भी तरह से श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित व सुगम बनाने के इंतजाम में जुटी है. लेकिन श्रद्धालु अगर कुछ दिन रुक कर रजिस्ट्रेशन करवाकर यात्रा पर आएं तो बेहतर होगा.