अगले 24 घंटों में देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश होने की संभावना है। सावधान रहें।
उत्तराखंड में मानसून के साथ आई मुश्किलें कम नहीं हो रहीं। पिछले कुछ दिनों से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिससे गाड़-गदेरे उफनाए हुए हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की वजह से सड़कें ब्लॉक हैं। अगले 24 घंटों की बात करें तो देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भारी बारिश होने की संभावना है। इसे देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पांच जिलों में बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहना होगा। देहरादून के डीएम डॉ. आर राजेश कुमार ने भी आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं। उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहें, ताकि आपदा की स्थिति में तुरंत राहत अभियान शुरू किया जा सके।
अगर आपदा प्रबंधन में किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई तो संबंधित विभागों के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उधर, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पुरसाड़ी के समीप दीवार टूटने से अवरुद्ध हो गया है। पुलिस प्रशासन ने यात्रा वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग सेकोट सड़क से शुरू कराई है। यमुनोत्री धाम में भी श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं। यहां जगह-जगह मलबा जमा है। संपर्क मार्ग पानी में बह गए। रात से बिजली सप्लाई बंद है। चमोली जिले में भी यातायात बाधित है। यहां भारी बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित हो गया। जिले में 19 सड़कें मलबा आने से बंद हैं। चंपावत जिले में बादल छाए हुए हैं, जबकि एक ग्रामीण सड़क सिप्टी-अमकड़िया बंद है। आप भी पहाड़ की यात्रा पर निकल रहे हैं तो सावधान रहें। खराब मौसम में जितना संभव हो पहाड़ी मार्गों पर सफर न करें, सुरक्षित जगहों पर रहें। मौसम की तमाम जानकारी के लिए Uttarakhand Weather Report पढ़ते रहें।