5 मिनट तक चले इस जिंदगी और मौत के इस संघर्ष में आखिरकार भालू की हार हुई। पढ़िए पूरी खबर
आज कहानी नारी शक्ति की..आज कहानी पहाड़ की उस वीरांगना की जिसने दरांती से भालू को मार भगाया। जी हां यह खबर उत्तराखंड के चमोली जिले से हैं। वाण गांव की राधा भालू से भिड़ गई और जान बचाने के लिए दंराती से लगातार बालू पर वार किए। 5 मिनट तक चले इस जिंदगी और मौत के इस संघर्ष में आखिरकार भालू की हार हुई। दरअसल राधा सूखी लकड़ियां तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ी थी और उसके पीछे भालू भी पेड़ पर चढ़ गया। इसके बाद भालू ने पेड़ पर ही राधा पर हमला कर दिया लेकिन राधा डरी नहीं। राधा चिल्लाती रही और लगातार दरांती से बालू पर वार करती रही। इस संघर्ष में आखिरकार भालू पेड़ से नीचे गिर गया और जंगल की ओर भाग गया। हालांकि भालू के हमले में राधा भी घायल हुई। चीख-पुकार सुनने पर गांव की अन्य महिलाएं मौके पर पहुंची और राधा को पीएचसी देवाल में भर्ती कराया गया। आगे पढ़िए
स्थानीय लोगों का कहना है कि शनिवार सुबह 9:00 बजे राधा बाकी महिलाओं के साथ सूखी लकड़ियां तोड़ने के लिए जंगल गई थी। वह एक पेड़ पर चढ़ी और इस दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। लेकिन राधा घबराई नहीं और उसने भालू का मजबूती से डटकर सामना किया। फिलहाल राधा के शरीर पर भालू ने गहरे घाव किए हैं और उसका इलाज लगातार चल रहा है। हम दुआ करते हैं कि राधा जल्द स्वस्थ होकर घर लौटे। 20 साल की राधा ने जिस ने जिस बहादुरी का परिचय दिया है, वो वास्तव में काबिले तारीफ है। गाहे-बगाहे हम पहाड़ की वीरांगनाओं की कहानियां सुनते रहते हैं लेकिन यह कहानी कुछ खास है। पहाड़ की ऐसी वीर बहनों को हमारा सलाम।