भारत के उत्तरी राज्य उत्तराखंड के हल्द्वानी में 9 फरवरी, 2024 को सरकारी विध्वंस अभियान के दौरान झड़प के एक दिन बाद पुलिस अधिकारी सड़क पर गश्त करते हैं। हल्द्वानी हिंसा से संबंधित FIR में 16 लोगों को नामित किया गया है। पुलिस ने 3 FIR दर्ज की हैं।
उत्तराखंड के हलद्वानी में बड़े पैमाने पर हुए दंगो में 5 लोगों की जान जाने के दो दिन बाद, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने शनिवार को कुमाऊं मंडल के आयुक्त को मजिस्ट्रेट जांच करने का आदेश दिया। आदेश के मुताबिक, अधिकारी उन परिस्थितियों की जांच करेंगे जिनके कारण गुरुवार रात हल्द्वानी में दंगे हुए थे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अपने आदेश में कहा है कि मजिस्ट्रेट जांच 15 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में चलाए जा रहे स्थानीय प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान गुरुवार को आतंकी दंगे हुए । माना जा रहा है कि ये दंगे दंगाइयों की पहले से गई साजिश थी। सरकार के अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत एक गैरकानूनी तरीके से बनाए गए मदरसे और एक मस्जिद को तोड़ दिया गया। अधिकारियों ने कहा बयान दिए हैं की मस्जिद और मदरसा दोनों नजूल भूमि पर बने हैं। नजूल भूमि का मतलब है कि यह सरकारी भूमि है, हालांकि राजस्व रिकॉर्ड में इसका कोई आधिकारिक उल्लेख नहीं है। जब गुरुवार की रात हल्द्वानी में दंगे बड़के तो ऐसी भीषण हालत को देखते हुए उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने सुरक्षा बलों को आदेश जारी किए थे कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारना। क्योंकि दंगाइयों ने वाहनों में आग लगा दी थी और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया था।