राज्य के पुलिसकर्मियों को मिल सकती है ग्रेड-पे को लेकर राहत भरी खबर। डीजीपी अशोक कुमार ने दिए संकेत
उत्तराखंड के पुलिस जवानों के लिए एक सुखद खबर सामने आ रही है। जल्द ही उत्तराखंड के पुलिस कर्मियों को ग्रेड पे को लेकर राहत भरी खबर मिल सकती है। डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे को लेकर एक बड़ी घोषणा करने की बात की है। डीजीपी अशोक कुमार ने सर्किट हाउस में हाल ही में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि जल्द ही पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे को लेकर एक बड़ा फैसला सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस परिवार की समस्याओं से शासन को अवगत करा दिया गया है और जल्द ही पुलिस कर्मियों के लिए सरकार की ओर से सुखद खबर सामने आ सकती है। बता दें कि उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने अप्रैल माह में पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे को लेकर एक बड़ा फैसला लिया था। डाउन ग्रेड पे से परेशान चल रहे पुलिसकर्मियों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए सीएम तीरथ सिंह रावत ने कमेटी का गठन किया था। इसके अलावा पत्रकार वार्ता में डीजीपी अशोक कुमार ने साइबर अपराध को बड़ी समस्या बताया है। उन्होंने कहा है कि साइबर अपराध और ट्रैफिक यह दो चीजें पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि राज्य में बढ़ते हुए ड्रग्स माफियों और नशे के सौदागरों के खिलाफ भी उत्तराखंड में अलग-अलग जिलों में पुलिस के कुशल नेतृत्व में तरह-तरह के अभियान जोरो-शोरों से चलाए जा रहे हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि साइबर क्राइम में जितने भी मामले दर्ज हुए हैं उनमें से 27-28 प्रतिशत मामलों का निवारण कर दिया गया है और बीते 3 महीनों के अंदर साइबर ठगी के तकरीबन 360 करोड़ रुपए ठगी के शिकार बने लोगों को वापस लौटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि भले ही इन साइबर ठगों के सिर पर जनप्रतिनिधियों का साथ रहे मगर इन अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसी के साथ डीजीपी अशोक कुमार ने ट्रैफिक जाम को एक बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा किसी भी क्षेत्र में अगर जाम होता है तो उसके लिए वहां के थाना अध्यक्ष और कोतवाल जिम्मेदार होंगे। ऐसे में एसएसपी को शहर में 7 ऐसे स्थान चिन्हित करने के निर्देश दे दिए हैं जहां पर सबसे अधिक भीड़ रहती है और उसके बाद जाम से निपटने की कार्ययोजना भी उसी के स्वरूप बनाई जाएगी। डीजीपी अशोक कुमार के साथ ही इस मीटिंग में एसएसपी प्रीति प्रियदर्शी, आईजी कुमाऊं अजय रौतेला समेत कुमाऊं मंडल के सभी पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।