बारिश के कारण मांडो और निराकोट के ऊपर बादल फटने के कारण गदेरे उफान पर आ गए, दुखद रूप से घटना में जनहानि भी हुई है।
उत्तरकाशी में बारिश की शक्ल में बरस रही आफत ने जमकर तबाही मचाई। यहां बीती रात मांडो और निराकोट में बादल फट गया, जिसके बाद हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है। खबर लिखे जाने तक आपदा में तीन लोगों की मौत की सूचना है, कई लोग अब भी मलबे में दबे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार बादल पटने की घटना के बाद से मांडो गांव में अब भी चार लोग लापता हैं। बारिश के कारण मांडो और निराकोट के ऊपर बादल फटने के कारण गदेरे उफान पर आ गए, दुखद रूप से घटना में जनहानि भी हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान मांडो गांव में हुआ है। जहां पर 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया। चार-पांच मकान ढह गए। रेस्क्यू टीमों ने यहां से दो महिलाओं और एक बच्ची का शव बरामद किया है। एसडीआरएफ की टीम और पुलिस क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान चला रही है। मलबे में दबे एक बुजुर्ग को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। भटवाड़ी के कंकराड़ी गांव में भी तबाही की सूचना है। यहां गदेरा उफान पर आने के कारण एक व्यक्ति पानी के बहाव में बह गया।
रविवार रात साढ़े 8 बजे उत्तरकाशी जनपद के मांडो, निराकोट सहित कंकराड़ी गांव में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिला। यहां मांडो गांव में बादल फटने के बाद गदेरे में उफान आ गया। शुक्र है कि गदेरे में पानी बढ़ते ही ज्यादातर लोगों ने अपने घर छोड़ दिए, वरना यहां भारी जनहानि होती। मांडो में आपदा के सैलाब में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। घटना में मारे गए लोगों की शिनाख्त माधुरी देवी (42 वर्ष), रीतू (38 वर्ष) और कुमारी ईशु (6 वर्ष) के रूप में हुई। चार मजदूर भी घायल हैं। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। निराकोट में गांव के दोनों और गदेरा आने के कारण ग्रामीण बीच मे फंस गए हैं। कंकराड़ी गांव में भी दो मकान बह गए। दुख की इस घड़ी में राज्य समीक्षा टीम प्रभावितों के साथ है। आप भी उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कीजिए। खबर से जुड़ा हर अपडेट हम आप तक पहुंचाते रहेंगे।