भारी वर्षा के कारण उत्तराखंड में ऋषिकेश-बदरीनाथ चटवा पीपल के पास बंद हो गया। कई नेशनल हाईवे भी भूस्खलन के चलते बाधित हो रखे हैं।
पिछले 2 दिनों से उत्तराखंड में लगातार हो रही बरसात के चलते प्रदेश के निवासियों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। जगह-जगह से भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं। भूस्खलन के कारण सड़कें और हाईवे अवरुद्ध हो रहे हैं जिस कारण वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही हैं। नदियां और नाले अपने उफान पर है। जलस्तर बढ़ जाने के कारण नदियों के किनारे रह रहे लोगों की जान के ऊपर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में नेशनल हाईवे भूस्खलन कारण बंद हो गए हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद जिला प्रशासन को भी मौसम विभाग ने अलर्ट कर दिया है। बता दें कि उत्तराखंड में भारी बरसात के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ सहित कई नेशनल हाईवे बंद हो रखे हैं। उत्तराखंड में बारिश के बाद सड़क पर मलबा आने से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाइवे चटवा पीपल के पास बंद हो गया है। नोडल एजेंसी की ओर से बंद सड़क को खाेलने का कार्य जारी है लेकिन खराब मौसम और लगातार बारिश से सड़क खोलने में परेशानी हो रही है। आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्रपाल में भी कुछ समय हाइवे बन्द रहा जिसे खोल दिया गया है, लेकिन कर्णप्रयाग- गैरसैण सड़क आदिबदरी के निकट बाधित है। इसे भी खोलने का कार्य जारी है । आगे पढ़िए
कर्णप्रयाग ग्वालदम सड़क थराली नारायण बगड़ के बीच बाधित हो रखी है। चमोली जिले में 31 ग्रामीण सड़कें बुधवार तक अवरुद्ध हैं। कुमाऊं में भी भारी बारिश से जनजीवन ठप हो गया है। पिथौरागढ़-टनकपुर हाईवे समेत करीब 50 सड़कें बंद हैं। बागेश्वर की 20 ग्रामीण सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। मसूरी-टिहरी बाईपास रोड पर भी यातायात अवरुद्ध हो रखा है और अभी तक सुचारू नहीं किया जा सका है जिस कारण वहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। राजधानी देहरादून में बरसात के कारण हाल बेहाल हो रखे हैं। देहरादून में मालदेवता रोड पर सड़कों पर मलबा आने के कारण पहाड़ों पर जाने वाला रास्ता बाधित हो रखा है। वहीं मसूरी में भी कैंपटी फॉल अपने उफान पर है जिस वजह से वहां पर किसी भी पर्यटक को जाने की अनुमति नहीं है। कैंपटी फॉल में भारी बरसात के कारण मलबा आने से वहां पर भी अलर्ट जारी कर दिया है। पौड़ी गढ़वाल में भी हाल बुरे हैं। पौड़ी गढ़वाल जिले में भारी बारिश के कारण 25 सड़कें बंद हो रखी हैं और इनको खोलने के लिए लोनिवि ने जेसीबी लगा रखी है। टिहरी गढ़वाल में भी 12 ग्रामीण सड़कें पूरी तरह बंद हो रखी हैं।