चमोली जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने धार्मिक भावनाओं को देखते हुए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 20 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है
उत्तराखंड सरकार द्वारा इस बार इगास की पूरे प्रदेश में सार्वजनिक छुट्टी की गयी थी. ऐसे में अब चमोली जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने धार्मिक भावनाओं को देखते हुए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 20 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है. आपको बता दें ऐसा इसलिए किया गया गया क्योंकी उत्तराखंड के चमोली जिले में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक गोचर मेला कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर इस वर्ष संभव नहीं है. ऐसे में मेले के लिए 18 नवंबर को घोषित अवकाश के स्थान पर स्थानीय लोगो की आस्था को देखते हुए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के मौके पर जिले में स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया है. ताकि शीतकाल के लिए भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान अधिक से अधिक लोग दर्शन कर सके. आपको बता दें सार्वजनिक अवकाश, स्थानीय अवकाश एवं निर्बन्धित अवकाशों की सूची घोषित की गयी थी. चमोली में स्थानीय अवकाश की सूची के कमांक-2 पर अंकित गौचर मेला हेतु अवकाश दिनांक 18 नवम्बर, 2021 घोषित किया गया था. लेकिन कोविड-19 संक्रमण के मध्येनजर इस वर्ष गौचर मेला किया जाना सम्भव नहीं है, जिसके फलस्वरूप जनभावना की आस्था को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने 18 के स्थान पर अब 20 नवम्बर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है.