बेटा कोरोना वायरस से करोड़ों की जनता को बचाने के लिए अपना फर्ज निभा रहा था और आखिर वक्त में अपने पिता से भी न मिल पाया।
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले का पंचूर गांव आज शोकाकुल है। इस गांव ने उत्तर प्रदेश को योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री दिया। जिस दिन योगी ने उत्तर प्रदेश के सीएम को पदभार ग्रहण किया था , तो गांव में खुशियां ही खुशियां थीं। लेकिन आज ये गांव शोकाकुल है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता नहीं रहे। एक तरफ आनंद सिंह बिष्ट एक महीने से एम्स में भर्ती थी और दूसरी तरफ उनका बेटा उत्तर प्रदेश को कोरोना वायरस जैसी भयानक बीमारी से निजात दिलाने में लगा था। काम का बोझ इतना कि बेटा आखिरी वक्त में अपने पिता से भी न मिल पाया। हालांकि फोन पर योगी अपने पिता की तबीयत की जानकारी लेते रहे। इस वक्त कोरोना से लड़ाई में सीएम योगी के कामों को सराहा जा रहा है। उनके कंधों पर उत्तर प्रदेश की करोड़ों की जनसंख्या को इस खतरे से उबारने का जिम्मा है। ऐसे में योगी दिन-रात काम में लगे हैं। इस वजह से वो आखिरी वक्त में अपने पिता से भी न मिल पाए। अब खबर है कि वो अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
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आज सुबह ही उत्तराखंड के लिए दुखद खबर आई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पिता आनन्द सिंह बिष्ट इस दुनिया में नहीं रहे। उनकी तबीयत ठीक नहीं बताई जा रही थी। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आनन्द सिंह बिष्ट की हालत बेहद गंभीर थी और वो करीब एक माह से एम्स में भर्ती थे। आनन्द सिंह बिष्ट को लिवर से संबंधित परेशानी थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। गैस्ट्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर के नेतृत्व में उनका इलाज चल रहा था। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी और उनका डायलिसिस भी चल रहा था। एम्स के अनुसार उन्हें 15 मार्च को एम्स में भर्ती किया गया था। तब से वह एम्स में ही भर्ती थे।
लंबे समय से AIIMS दिल्ली में भर्ती उत्तर प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के पिताजी श्री आनंद सिंह बिष्ट...
Posted by Trivendra Singh Rawat on Sunday, April 19, 2020
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उत्तराखंड: अपना फर्ज निभा रहा था बेटा, आखिरी वक्त में पिता से भी न मिल सका