उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में रविवार देर शाम डामटा के पास खाई में एक बस के 500 मीटर गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार 26 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई.
उत्तरकाशी के डामटा में मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों की बस खाई में गिर गई थी. इस हादसे में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि ड्राइवर समेत 4 लोग घायल हुए है. वाहन में कुल 30 लोग सवार थे. रविवार शाम 7 बजे यह हादसा हुआ. बस में सवार सभी यात्री मध्य प्रदेश में थे, जो ऋषिकेश से यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आ रहे थे. वहीं, मृतक यात्रियों के गांवों में शोक का माहौल है. सरकार जहां सम्मानजनक तरीके से मृतकों के शवों को लाने का प्रयास कर रही है. मृतकों के गांवों में ग्रामीण इकट्ठा होने लगे हैं. मृतकों के परिजन संपूर्ण जानकारी और शव का इंतजार कर रहे हैं. वहीँ एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजन तथा घायलों के मिलाकर उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ थे.
सीएम धामी ने कहा, ‘बहुत दुखद घटना हुई है. हमने मुआवजा की घोषणा की है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं यहां आए हैं. (बस के) ड्राइवर ने बताया कि स्टेरिंग फेल हो गया था, फिर भी हमने मस्जिट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं, ताकि किसी तरह का शक ना रहे.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी यही कोशिश है कि किसी भी तरह यात्रियों के पार्थिव शरीर जल्द-जल्द उनके घर पहुंच जाएं. एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने बयान में कहा कि बस का स्टेयरिंग फेल होने के चलते यह दुर्घटना हुई. ड्राइवर ने पहाड़ से टकराकर बस को रोकने का प्रयास किया. लेकिन पहाड़ से टकराकर बस खाई में गिर गई. वहीं स्थानीय लोगों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, रिखांउ स्थित खड्ड के पास जिस जगह पर यह बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां सड़क काफी चौड़ी है. ऐसे में वाहन यहां पर तेज़ गति से चला करती है.
उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों से भरी यह बस भी तेज गति में थी. इसी दौरान सामने से आ रहे वाहन को पास देते समय चालक बस पर नियंत्रण खो बैठा. बस की रफ्तार काफी तेज़ होने के बाद वह सड़क से बाहर निकलकर 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी.घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शिवराज सिंह ने कहा कि मृतकों के शव जल्दी उनके घर पहुंचाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वायुसेना का विमान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जो स्वीकार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री ने वायुसेना के विमान की व्यवस्था कर दी है और हम सभी शवों को यहां से खजुराहो रवाना करेंगे. शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘खजुराहो में हमारी गाड़ियां पहले से मौजूद रहेंगी, जो तीर्थयात्रियों के शव को तुरंत उनके गांव ले जाएंगी.