जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास चंदनवाणी में हुए आइटीबीपी बस हादसे में पिथौरागढ़ के भुरमुनी गांव निवासी जवान दिनेश सिंह बोहरा शहीद हो गया है.
पहाड़ के एक और लाल ने उत्तराखंड की सैन्य परंपरा का निर्वहन करते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास चंदनवाणी में हुए आइटीबीपी बस हादसे में पिथौरागढ़ के भुरमुनी गांव निवासी जवान दिनेश सिंह बोहरा शहीद हो गया है. शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव सहित क्षेत्र में शोक व्याप्त है. शहीद जवान के स्वजनों को देर सायं सूचना मिली. सूचना मिलते ही घर कर कोहराम मचा है वहीं जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दुख व्यक्त किया है.जानकारी के मुताबिक पिथौरागढ़ मुख्यालय से लगभग 16 किमी दूर स्थित भुरमुनी गांव निवासी आईटीबीपी की चौथी बटालियन में तैनात दिनेश सिंह बोहरा वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे. अमरनाथ यात्रा के लिए उनकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर में लगी थी.
मंगलवार सुबह जम्मू कश्मीर में हुए आइटीबीपी बस दुर्घटना में पिथौरागढ़ के दिनेश सिंह बोहरा के शहीद होने की खबर मिली परंतु मृतक के घर का पता नहीं होने से संशय बना रहा.मंगलवार देर सायं तक शहीद के गांव का पता स्पष्ट नहीं होने से असमंजस बना रहा. देर सायं स्वजनों को देर सायं स्वजनों को आइटीबीपी ने दुखद सूचना दी. आपको बता दें की 32 वर्षीय दिनेश आईटीबीपी की चौथी बटालियन में 14 साल से तैनात थे. दिनेश सिंह की शादी सात साल पहले हुई थी. उनकी तीन साल की बेटी है. दिनेश अपने घर में सबसे बड़े थे. उनके छोटे भाई राकेश बोहरा हल्द्वानी में नर्सिंग अधिकारी हैं. शहादत की सूचना मिलने पर पिता पूरन सिंह बोहरा, मां गीता बोहरा, पत्नी बबी बोहरा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.