मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड के 7 जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटे पहाड़ के लिए परेशानी भरे रहेंगे। इसलिए संभलकर रहें।
भारी बारिश से प्रदेश में जलप्रलय जैसे हालात बने हुए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की वजह से सड़कें ब्लॉक हैं, तो वहीं मैदानी इलाकों में जलभराव के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक हर जगह बारिश ने जमकर तबाही मचाई। पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और चमोली जैसे पहाड़ी जिलों में बादल फटने से हाहाकार मचा है। फिलहाल बारिश के साथ आई मुसीबतों से पहाड़ को राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे। प्रदेश के 7 जिलों के लिए अगले 24 घंटे मुश्किल भरे रहने वाले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून समेत 7 जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कुछ जगहों पर बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
जिन जिलों के लिए आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनके बारे में भी जान लें। इन जिलों में पिथौरागढ़, बागेश्वर, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, चमोली और देहरादून जिला शामिल हैं। यहां अगले 24 घंटे भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सभी जनपदों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मंगलवार को प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर सुबह की शुरुआत चटख धूप के साथ हुई, लेकिन दोपहर होते-होते आसमान में काले बादल घिर आए। कई जगहों पर तेज बारिश हुई। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में आज भी बारिश का सिलसिला जारी है।
प्रदेश में बारिश के दौरान हुए भूस्खलन से सैकड़ों गांवों के संपर्क मार्ग बाधित हैं। आपदाग्रस्त इलाकों में बिजली और पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिला आपदा से अब तक उबर नहीं पाया है। यहां सैकड़ों गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। सड़कें बारिश के साथ आए सैलाब में बह गईं। जिस वजह से गांवों तक राहत पहुंचाने में भी मुश्किलें आ रही हैं। कई गांव अंधेरे में डूबे हैं। सड़कें क्षतिग्रस्त होने की वजह से दूरस्थ गांवों में जरूरत का सामान नहीं पहुंच रहा। अगले 24 घंटे मौसम और मुश्किलें बढ़ाएगा, इसलिए सावधान रहें। मौसम विभाग ने लोगों को बेवजह यात्रा ना करने की सलाह दी है। इसलिए आप भी खराब मौसम में जितना संभव हो यात्रा को टाल दें। घर पर रहें, सुरक्षित रहें।