आपको जानकर गर्व होगा कि उत्तराखंड का ये स्कूल अपनी गौरवशली परंपरा को जीवित रखे हुए है।
आपको जानकर खुशी होगी कि शिक्षा के मामले में पहाड़ ही नंबर वन है। सिर्फ उत्तराखंड में नहीं बल्कि देश में पहाड़ का एक स्कूल नंबर-1 पोजीशन पर है। कुछ वक्त पहले केंद्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा एक रैंकिंग जारी की गई थी। इस रैंकिंग में देशभर के 23 सैन्य स्कूलों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखंड के घोड़ाखाल के सैनिक स्कूल ने टॉप पोजीशन हासिल की । वैसे तो पूरे देश में 28 सैनिक स्कूलों की लिस्ट तैयार हुई थी। इसके बाद इनमें से 24 स्कूलों का चयन हुआ और घोड़ाखाल के सैनिक स्कूल ने इसमें पहला स्थान प्राप्त किया था। उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने देश में पहाड़ का मान बढ़ाया है। इस स्कूल की शिक्षा का स्तर क्या है और किस तरह से यहां देश के होनहारों को तैयार किया जाता है, आइए इस बारे में आपको जानकारी दे देते हैं। आगे पढ़िए
सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के प्रधानाचार्य कैप्टन रोहित द्विवेदी ने मीडिया से इस बारे में बात की और इस पल को गौरवशाली बताया है। स्कूल स्टाफ और उससे जुड़े सभी लोगों की मेहनत का फल ये है कि आज देश में पहले नंबर पर है। प्रधानाचार्य का कहना है कि इस उपलब्धि को आगे भी बरकरार रखा जाएगा। इस स्कूल की पहचान रही है कि भारतीय सेना के तीनों अंगों को यहां से अब तक श्रेष्ठ अफसर मिले हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक ये स्कूल देश को 600 से ज्यादा सेना अफसर दे चुका है। ये सिलसिला अभी भी जारी है। इस बार भी इस स्कूल से चयनित छात्र डिफेंस एकेडमियों में जाएंगे। इस बार इस स्कूल के कई कैडेट एनडीए के लिए चयनित हुए हैं, जिनमें से कई छात्र छात्र उत्तराखंड मूल के हैं। इस स्कूल के बारे में और भी बातें जानकर आपको गर्व होगा।
स्कूल के प्रिंसिपल कैप्टन रोहित द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल इससे पहले भी 8 बार ऑल इंडिया रैंकिंग में नंबर वन बन चुका है। यानी आप समझ सकते हैं कि ये पहली बार नहीं है, जब इस स्कूल ने उत्तराखंड का मान बढ़ाया होगा। शायद ही देश में कोई ऐसा स्कूल होगा, जो इस तरह की उपलब्धि हासिल कर चुका होगा। बीते साल भी ये स्कूल ऑल इंडिया रैंकिंग में नंबर वन था और इस साल भी लगातार नंबर एक की पोजीशन पर बना हुआ है। पहाड़ की खूबसूरत वादियों में बना ये स्कूल ना सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश की शान कहा जा सकता है। जिस स्कूल से अब तक देश की सेना को 600 से ज्यादा आर्मी अफसर मिल चुके हों, उस स्कूल के लिए दिल से सम्मान जाग उठता है। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं।