38वें राष्ट्रीय खेल के लिए चयनित इन सात शहरों में खेलों का विश्वस्तरीय स्थायी इन्फ्रास्ट्रक्चर मिलेगा। देहरादून और हल्द्वानी को खेल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा जो मुख्य खेल केंद्र होंगे। गढ़वाल में 23 और कुमाऊं में 15 प्रकार की खेल प्रतियोगिताओ
उत्तराखंड में इस साल अक्तूबर-नवंबर के बीच आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए 38 प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए राज्य के सात प्रमुख शहरों का चयन हो चुका है। इन शहरों में राष्ट्रीय खेलों के बाद भी खेलों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं स्थायी रूप से उपलब्ध रहेंगी। विशेष रूप से देहरादून और हल्द्वानी को खेल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा प्रस्तावित खेलों की मेजबानी के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। गढ़वाल क्षेत्र में देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में 23 खेलों का आयोजन होगा, जबकि कुमाऊं क्षेत्र के हल्द्वानी, नैनीताल, रुद्रपुर और गुलरभोज में 15 प्रतियोगिताएं होंगी।
देहरादून में आगामी 38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान 17 विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इनमें एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, तीरंदाजी, जिम्नास्टिक, कबड्डी, बैडमिंटन, लॉन बॉलिंग, टेबल टेनिस, शूटिंग, बॉक्सिंग, नेटबॉल, वॉलीबॉल,, टेनिस, मॉडर्न पेंटाथलॉन, कराटे, बास्केटबॉल और रग्बी सेवंस शामिल हैं।
हरिद्वार में पांच खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिसमें घुड़सवारी, हॉकी, कुश्ती, योगासन और मलखंब शामिल हैं। वहीं ऋषिकेश में केवल एक खेल प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें कैनोइंग और कयाकिंग शामिल हैं, जिसमें नौकायन की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
हल्द्वानी में होंगी आठ खेल प्रतियोगिताएं
हल्द्वानी में तैराकी, वाटर पोलो और डाइविंग प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अतिरिक्त जूडो, खो-खो, फुटबॉल, वुशु, स्कवैश और ताइक्वांडो भी होंगे। विशेष रूप से ट्रायथलॉन में 1500 मीटर तैराकी, 40 किमी साइकलिंग और 10 किमी दौड़ भी शामिल है।
रूद्रपुर: हैंडबॉल, साइकलिंग और फेंसिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
गुलरभोज: कैनोइंग, कयाकिंग और स्प्रिंट के अलावा रोइंग खेल की प्रतियोगिता भी होगी।
नैनीताल: गोल्फ और नौकायन (सेलिंग) से संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।