दिवाली के शुभ पर्व पर मंदिर परिसर के अंदर भगवान नारायण की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी के मंदिर में उनकी परंपरागत तौर तरीकों से पूजा की जाएगी।
दीपों के त्योहार की जोरों-शोरों से तैयारियां की जा रही हैं। बाजारों की रौनक देखने लायक हैं। वहीं दिवाली के शुभ पर्व पर बदरीनाथ धाम का नजारा भी बिल्कुल अलग और अनोखा नजर आ रहा है। हर वर्ष की तरह बद्रीनाथ धाम को फूलों से सजा दिया गया है। दिवाली के मौके पर बाबा बदरीनाथ के धाम को 17 क्विंटल गेंदे और रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया। इस दौरान भगवान बदरीविशाल मंदिर की खूबसूरत छटा देखते ही बन रही है। दिवाली के शुभ पर्व पर मंदिर परिसर के अंदर भगवान नारायण की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी के मंदिर में उनकी परंपरागत तौर तरीकों से पूजा की जाएगी। दिवाली मनाने के लिए देश के दूर-दूर से भक्त बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। दिवाली के शुभ अवसर पर, विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ मंदिर को 17 क्विंटल गेंदें के फूलों से सजाया गया है। मंदिर के पुजारी के मुताबिक दिवाली के मौके पर बदरीनाथ धाम को 17 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।एक भक्त की ओर से धाम को फूलों से सजाने की जिम्मेदारी ली गई है। धाम को चारों ओर से रंगबिरंगे फूलों से सजाया गया है। बता दें कि हर वर्ष दीपावली पर बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया जाता है। दीपावली पर बदरीनाथ धाम में दीपोत्सव के तहत माता लक्ष्मी और कुबेर भगवान की पूजा की जाती है और धाम परिसर में दीये जलाए जाते हैं धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल का कहना है कि बदरीनाथ धाम ही एक मात्र स्थल है, जहां पर माता लक्ष्मी व कुबेर की एक साथ पूजा की जाती है।