उत्तराखंड के 4 जिलों में कुल 20 इलाके कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां पाबंदियों में किसी तरह की छूट नहीं मिलेगी।
लॉकडाउन के बाद शुरू हुए अनलॉक के तहत धीरे-धीरे सभी सेवाएं पटरी पर लौट रही हैं। उत्तराखंड में कल से स्कूल भी खुल जाएंगे। राज्य सरकार ने अनलॉक-6 के लिए नई एसओपी भी जारी कर दी। एसओपी में मुख्य सचिव ने प्रदेश में कंटेनमेंट जोन से बाहर कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलने को अनुमति दी है। यानी जो इलाके कंटेनमेंट जोन में नहीं हैं, वहां कल से स्कूल खुल जाएंगे। 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। नए शासनादेश से कोचिंग सेंटर संचालकों को भी राहत मिल गई। अब प्रदेश में कोचिंग सेंटर खोलने की सशर्त मंजूरी दे दी गई है। इस तरह पाबंदियों में ढील मिल रही है, लेकिन जो इलाके कंटेनमेंट जोन में हैं, वहां अब भी किसी तरह की राहत नहीं मिलेगी। कंटेनमेंट जोन में ना तो स्कूल खुलेंगे और ना ही कोचिंग सेंटर। दूसरी सेवाएं भी बंद रहेंगी। दफ्तर और दुकानें नहीं खुलेंगी। सील इलाकों में लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगी है। इस तरह कंटेनमेंट जोन में रह रहे लोगों को अभी सेवाओं की शुरुआत के लिए थोड़ा इंतजार और करना होगा। चलिए अब आपको प्रदेश के सील इलाकों के बारे में बताते हैं, जिन्हें कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इस वक्त प्रदेश के 4 जिलों में 20 इलाके सील हैं। सबसे पहले बात करते हैं देहरादून जिले की। यहां 13 कंटेनमेंट जोन हैं। आगे पढ़िए
दून में रांझावाला, भंडारी बाग, शहीद जयदीप भंडारी मार्ग कॉलोनी, रक्षा विहार, धरमपुर, नेशविला रोड, बसंत विहार, आकृति विहार, विद्या विहार, रोचिपुरा, बकरालवाला, आर्यनगर और शास्त्रीनगर कंटेनमेंट जोन है। पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार में काशीरामपुर तल्ला सील किया गया है। हरिद्वार जिले में 5 इलाके सील हैं। यहां हरिद्वार में सलेमपुर महदूद और चिदानंद कुश्ती, आश्रम चंडीघाट सील हैं। लक्सर में रेलवे कॉलोनी के दो वार्ड सील हैं। चंपावत में टनकपुर का वार्ड नंबर-6 सील है। इस तरह पूरे उत्तराखंड के 4 जिलों में कुल 20 इलाके कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां पाबंदियों में किसी तरह की छूट नहीं मिलेगी। कंटेनमेंट जोन में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। यहां जरूरत का हर सामान प्रशासन की तरफ से मुहैया कराया जाएगा। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 62328 केस सामने आए। कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों का आंकड़ा 1023 है।